OYO Company क्या है ? OYO की शुरुआत कैसे हुई? OYO का मालिक कौन है?

Ragini Sinha
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OYO Company क्या है ?
  

OYO Company क्या है ? - OYO  Company  इंडिया का एक सबसे अच्छा ऑनलाइन होटल बुकिंग प्लेटफार्म है, जो Online Hotel Booking का काम करती है । OYO Company का पूरा नाम On Your Own Room है।  जिसका हिन्दी मे अर्थ अपने कमरे मे होता है। ये कंपनी कम दाम पर सारी सुख सुबिधा का ध्यान रखते हुए लोगों को रूम उपलब्ध कराती है।  आज के समय मे Oyo एक बहुराष्टीय कंपनी बन चुका हैं। Oyo hotel का इस्तेमाल ज्यादातर Couples या  घूमने फिरने वाले लोग करते हैं।


OYO मे रूम बुक करना बेहद ही आसान है। क्योंकि ओयो से किसी की आई डी से रूम बुक किया जा सकता है। चाहे वो लोकल का हो या कही अलग हो बुकिंग हो जाती है। जबकि किसी अन्य होटल मे ये सुबिधा उपलब्ध नहीं है।  दूसरा फायदा आपके बजट के हिसाब से सस्ता से सस्ता और महंगा से महंगा रूम ओयो से आप ले सकते है और ऑनलाइन घर बैठे बुक कर सकते है। साथ ही  OYO Unmarried couples को भी रूम देती हैं, जो की एक अच्छी बात हैं।


यानि आप को कही भी घूमने जाना है तो इसके लिए आप रूम बुक करना चाहेंगे। लेकिन आप घर बैठे दूसरे शहर या दुसरे देश मे रूम कैसे बुक कर पाएंगे ये एक मुश्किल काम है। लोगों के इन्ही प्रब्लम को दूर करती है OYO Company. यदि आप को कही भी घूमने जाना है तो आप OYO Company के website पर जाइए और अपनी मन पसंद की होटल चुनिये और उसे घर बैठे बुक कर लीजिए।


OYO Rooms के पास हज़ारो की संख्या में Hotels, Vacation Homes है और करीब 10 लाख से भी ज्यादा Rooms है| ये कंपनी भारत, मलेशिया, UAE, नेपाल, चीन, UK, फिलिपींस, जापान, सऊदी अरब, श्रीलंका, इंडोनेशिया, विएतनेम और अमेरिका सहित और भी कई देशो में अपना Hotels का काम कर रहे है|


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 OYO का मालिक कौन है?


OYO का मालिक कौन है?
OYO Company क्या है ? 


OYO Company  की मालिक रितेश अग्रवाल है। रितेश अग्रवाल 1913  मे OYO Company की शुरुआत की और महज 27 साल की उम्र मे हजारों करोड़ों की OYO Company खड़ी कर दी। आज रितेश अग्रवाल दुनिया के दूसरे सबसे युवा सेल्फ मेड बिलेनियर है। आज उनकी सैलरी  5.6 करोड़ रुपये है। 

रितेश अग्रवाल का जन्म एक साधारण परिवार मे हुआ है। उनका पढ़ाई लिखाई मे कम मन लगता था। उनके घरवालों ने उन्हे IIT एंट्रेंस की तैयारी के लिए कोटा भेजा, लेकिन रितेश का मन वहां नहीं लगा। इसलिए उन्होंने बीच मे ही पढ़ाई छोड़ दी और बिजनेस करने का मन बना लिए। लेकिन उनके पास बिजनेस करने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं था। 

रितेश अग्रवाल जब अपने गाँव से दिल्ली आए तब वो सड़कों पर घूम - घूम कर सिम कार्ड बेच करते थे। ऐसे मे उनके पास इतना पैसा कहा से की वो एक अच्छा Company  खोल सके। परंतु उनके दिमाग मे एक अच्छी  Company  की नीव पहले से ही पड़ चुकी थी। बस देरी थी तो कुछ पैसों की । 

कहते है न की यदि किसी चीज को सिदत से चाहो तो पूरी कायनात आपको उससे मिलाने मे सहयोग करती है। यही हुआ रितेश अग्रवाल के साथ। रितेश अग्रवाल को Under 20 Thiel Followership लिए चुना गया।  इसके अंतर्गत उन्हें 1 लाख डॉलर की राशि प्राप्त हुई और उन्होंने इस पैसे का निवेश अपनी कंपनी OYO Rooms मे किया I इसके बाद उन्हें कई विदेशी कंपनियों के द्वारा उन्हें फंडिंग प्राप्त हुई जिससे उन्हें अपने कंपनी को विस्तारित करने में मदद मिली I


रितेश अग्रवाल  को ये सफलता इतनी आसानी से नहीं मिली है। OYO Company की शुरुआत करने से पहले  रितेश अग्रवाल  ने एक और Company की शुरुआत की थी जिसमे वो सफल नहीं हो पाए। परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और एक नये कोशिश और एक नये उत्साह के साथ OYO Company की शुरुआत की और इसे सफलता की शिखर पर पहुँचाया।  

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OYO Company की शुरुआत ​कैसे हुई?  How did OYO start?


 OYO Company  की शुरुआत करना काफी मुश्किल काम था। रितेश अग्रवाल ने सबसे पहले 2012 मे Oravel Stay नामक Company की शुरूआत की परंतु इस Company मे लोगों की सुख सुविधा का ध्यान नहीं रखा जा रहा था। जिसके वजह से इस Company मे रूम कम दाम पर उपलब्ध होने के बावजूद भी ये Company ज्यादा दिनों तक सफलता की शिखर पर नहीं रह पाई। एक समय ऐसा आया कि रितेश अग्रवाल को अपनी ये कंपनी बंद करनी पड़ी ।


 उसके बाद  2013 मे दोबारा से उन्होंने अपनी कंपनी को एक नए नाम OYO Rooms के नाम से शुरू किया। लेकिन कंपनी को संचालित करने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। ऐसी स्थिति में उन्होंने under 20 Thiel Followership लिए चुना गया।  इसके अंतर्गत उन्हें 1 लाख डॉलर की राशि प्राप्त हुई और उन्होंने इस पैसे का निवेश अपनी कंपनी OYO Rooms मे किया I इसके बाद उन्हें कई विदेशी कंपनियों के द्वारा उन्हें फंडिंग प्राप्त हुई जिससे उन्हें अपने कंपनी को विस्तारित करने में मदद मिली I2015 के जुलाई महीने में SoftBank कंपनी ने OYO Rooms को $100 millions की राशि आर्थिक मदद के तौर प्रदान किए जिससे उनकी कंपनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी  hospital chain कंपनी बन पाई I


 इस Company मे रितेश अग्रवाल ने लोगों की सुख सुविधा का विशेष ध्यान रखा। लोगों को किसी भी प्रकार की शिकायत की मौका उन्होंने नहीं दिया। साथ ही इस बात पर विशेष ध्यान रखा की Company लोगों को कम दम मे होटल उपलब्ध कराये।  जिसके कारण उनके इस कंपनी को अधिक लोगों के द्वारा पसंद किया गया और धीरे-धीरे उनके कंपनी का विस्तार दुनिया के कई देशों में हो गया । 


 OYO Rooms आज के समय भारत, नेपाल, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, चीन, फिलीपीन, वियतनाम, ब्राजील, मेक्सिको ,संयुक्त राज्य अमेरिका यूअई  इत्यादि देशों में कंपनी का बिजनेस Operate किया जा रहा है I रितेश अग्रवाल ने अमेरिका में बिजनेस को और भी ज्यादा विस्तारित करने के लिए वहां पर जितने भी होटल के मालिक हैं I उनके साथ एक समझौता हस्ताक्षर किया है इसके अंतर्गत अमेरिका में जितने भी होटल हैं उन सभी पर OYO कंपनी की logo लगाया जाएगा I


 2013 में शुरू हुई ये कंपनी तेजी के साथ ग्रो करने लगी और सितंबर 2018 में कंपनी ने 1 $ बिलियन डॉलर जुटाए और जुलाई 2019 में यह बताया गया कि अग्रवाल ने अपनी हिस्सेदारी को तीन गुना करते हुए 2 बिलियन डॉलर के शेयर खरीदे हैं I  जिसके कारण कंपनी का मुनाफा और भी ज्यादा हो गया I  आज के समय उनके कंपनी में कुल मिलाकर 17000 लोग काम करते हैं तथा उनके कंपनी का कुल टर्नओवर ₹8000 करोड़ है ।  


भारत में इस कंपनी के 4000 से अधिक होटल 160 शहरों में संचालित किए जा रहे हैं I अगर आपके पास कोई होटल है तो आप इस कंपनी के साथ जुड़कर अपने बिजनेस को और भी ज्यादा मुनाफेदार बना सकते हैं I इसके लिए आपको कंपनी की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा I इसके बाद कंपनी की टीम आपके आवेदन पत्र का वेरिफिकेशन करेगी और अगर आप कंपनी के पार्टनर बनने के योग्य है तो जरूरी प्रक्रिया को पूरी कर आपको कंपनी का Partner बना दिया जाएगा। 


निष्कर्ष -

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